Monday, September 1, 2014

लव जेहाद

मुझे नहीं लगता कि लव-जेहाद जैसी किसी चीज़ का अस्तित्व मुमकिन है. आज कल के 'लॉयल्टी टेस्ट' वाले दौर में प्रेम तो चलिए मान लिया कि वक्ती चीज़ हो सकती है. लेकिन शादी जैसा जीवन बदल देने वाला निर्णय किसी सो कॉल्ड धार्मिक उद्देश्य के लिए लिया जाए ये बात गले नहीं उतरती. हमारे भारतीय समाज में शादी अमूमन एक ही बार होती है. और जाहिर है हर कोई ये ही चाहेगा कि उसका जीवनसाथी ऐसा हो जिससे उसे प्यार हो. किसी जेहाद के मकसद से घर में जबरन लाई हुई स्त्री से प्रेम कैसे मुमकिन हो सकता है ? मुझे ये कतई नहीं लगता कि ऐसे किसी उद्देश्य की प्राप्ति के लिए कोई युवक अपनी ज़िन्दगी की सब से अहम घटना को दांव पर लगा देने जैसा अहमक हो सकता है. प्रेम, शादी ये नितांत निजी भावनाएं हैं. इन्हें किसी षड्यंत्र की तरह नहीं अंजाम दिया जा सकता. अगर ऐसा किया गया तो भुगतना दोनों को ही पड़ेगा. जिसके साथ हुआ उसे भी और जिसने किया उसे भी.

मेरे भारत का सामाजिक तानाबाना कुछ ऐसा है कि हिन्दू-मुस्लिम हमेशा से घुल मिल कर रहते आये हैं. स्कूल, कॉलेज आदि में सभी जाति-धर्मों के बच्चे एक साथ पढ़ते हैं. जब साथ उठना-बैठना हो, मेल-मिलाप की गुंजाइश हो तो प्रेम के बीज अंकुरित होना कोई अनोखी बात नहीं. ऐसी सौ कहानियों में से आधी से ज्यादा तो समाज के भय से ही दम तोड़ देती हैं. बची हुई में कुछ ही कहानियां ऐसी होती हैं जो अपनी मंजिल पाने के लिए दृढप्रतिज्ञ होती हैं. कोई एकाध ही अपने मुकाम पर पहुँचती है. प्रेम से लेकर शादी तक का ये लंबा और खतरनाक सफ़र किसी संगठित गिरोह द्वारा प्रायोजित किया जाता हो ये किसी भी लॉजिक से जंचता नहीं. ये एक नितांत निजी सफ़र है जिसे किसी और द्वारा गाइड किया जाना संभव नहीं लगता मुझे. हाँ, कुछ रेयर केसेस में ऐसी किसी शादी के पीछे कलुषित उद्देश्य हो सकता है लेकिन वो अपवाद स्वरुप ही होगा और उस शख्स की निजी करतूत होगी. इतना समझना कोई मुश्किल काम तो नहीं ??

दिन ब दिन मुल्क का माहौल भयानक रूप से बिगड़ता जा रहा है. ये हम लोगों का फ़र्ज़ है कि हम अतार्किक बातों पर - जिनका मकसद ही दो समुदायों के बीच की खाई को और चौड़ा करना है - ध्यान न दें. और ये कोशिश करें कि अपनी तरफ से हम इस नफरत की आग को भड़काने में कोई योगदान न दें. कठिन तो नहीं है ना ये काम ? 

शाहिद फिल्म के एक संवाद की तर्ज पर इतना ही कहना है कि,
"वक्त लगेगा, लेकिन हो जाएगा."

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